टेक दुनिया में बड़ा भूचाल आया है! चिप्स के बादशाह Nvidia ने अपना पर्स खोला है और इंटेल में 5 अरब डॉलर (करीब 44 हजार करोड़ रुपये) का भारी-भरकम निवेश करने का ऐलान किया है। यही नहीं, ये दोनों टेक दिग्गज अब डेटा सेंटर और पीसी चिप्स को मिलाकर एक नया जादू बनाने पर भी सहमत हो गए हैं। यह खबर ऐसे समय पर आई है जब पिछले ही महीने अमेरिकी सरकार ने इंटेल में 8.9 अरब डॉलर की जबरदस्त धनराशि डाली थी। इस खबर ने शेयर बाजार में ऐसी तूफानी तेजी ला दी कि निवेशक मालामाल होते नजर आए।
इस ऐलान के बाद इंटेल के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला और वे 28% की जबरदस्त छलांग लगाकर $31.80 पर पहुंच गए। वहीं, Nvidia के अपने शेयरों ने भी 3% की बढ़ोतरी दर्ज की। इस उत्साह ने बेंचमार्क एसएंडपी 500 इंडेक्स के फ्यूचर्स को भी 0.8% ऊपर पहुंचा दिया।
अब पीसी बाजार के लिए क्या है? इंटेल अब ऐसे चिप्स बनाएगा जिनमें Nvidia के शक्तिशाली RTX GPU पहले से ही इंटीग्रेटेड होंगे। यानी अब गेमर्स को अलग से ग्राफिक्स कार्ड लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी और वे आराम से हाई-एंड गेमिंग का मजा ले पाएंगे। साथ ही, वे लोग भी खुश होंगे जो अब भी घर बैठे बिटकॉइन माइनिंग का सपना देख रहे हैं!
क्या बोले Nvidia के सीईओ जेनसन हुआंग?
इस ऐतिहासिक साझेदारी पर Nvidia के मुखिया जेनसन हुआंग ने कहा, “यह सहयोग ऐसा है जैसे दो सुपरहीरो एक हो गए हों! इसमें Nvidia की AI ताकत और इंटेल के CPU और विशाल x86 पारिस्थितिकी तंत्र का बेहतरीन मेल हुआ है। साथ मिलकर, हम अपने पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार करेंगे और कंप्यूटिंग के अगले युग की मजबूत नींव रखेंगे।”
साझेदारी की मुख्य बातें
इस डील के तहत, इंटेल कस्टम सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट्स (CPU) का निर्माण करेगा, जिन्हें Nvidia अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म में इस्तेमाल करेगा और बाजार में पेश करेगा। इंटेल ने Nvidia के हार्डवेयर को इंटीग्रेट करने वाले सर्किट बनाने की भी योजना बनाई है, जिनका इस्तेमाल फिर पर्सनल कंप्यूटरों की एक नई रेंज को पावर देने के लिए किया जाएगा।
इस समझौते पर क्या बोले इंटेल के सीईओ?

इंटेल के सीईओ पैट गेल्सिंगर (पहले के संस्करण में नाम त्रुटिपूर्ण था) ने एक बयान में कहा, “हम जेनसन और Nvidia टीम के उस विश्वास की सराहना करते हैं जो उन्होंने इस निवेश के जरिए हमारे ऊपर जताया है। हम आगे के काम के लिए उत्साहित हैं क्योंकि हम ग्राहकों के लिए नवाचार करेंगे और अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।”
अमेरिकी सरकार भी है मैदान में!
गौरतलब है कि अगस्त में, अमेरिकी प्रशासन ने यह घोषणा की थी कि वह चिप निर्माता कंपनी के कॉमन स्टॉक में 8.9 अरब डॉलर के निवेश के जरिए इंटेल में 10% हिस्सेदारी ले रहा है। इसके साथ ही अमेरिकी सरकार इंटेल की सबसे बड़ी शेयरधारक बन गई थी। ऐसे में Nvidia का यह निवेश इंटेल के लिए दोहरी मुसीबत (बल्कि दोहरी खुशी!) का कारण बन गया है।
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पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. क्या Nvidia का इंटेल में निवेश आम निवेशकों के लिए फायदेमंद है?
जी बिल्कुल! इस खबर ने इंटेल के शेयर में 28% की रॉकेट जैसी छलांग लगा दी, जिससे मौजूदा निवेशक तो मालामाल हुए ही हैं। भविष्य में इस साझेदारी से और भी ग्रोथ की उम्मीद है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
2. इस डील का सीधा फायदा ग्राहकों को क्या होगा?
इसका सबसे बड़ा फायदा गेमर्स और क्रिएटर्स को मिलेगा। भविष्य में ऐसे पीसी और लैपटॉप आ सकते हैं जिनमें इंटेल के प्रोसेसर और Nvidia की ग्राफिक्स पावर एक ही चिप में होगी। इससे परफॉर्मेंस तो बढ़ेगी ही, साथ ही डिवाइस्स पहले से ज्यादा एफिशिएंट और शायद पतले भी बनेंगे।
3. क्या अमेरिकी सरकार का इंटेल में निवेश Nvidia के निवेश से related है?
ये दोनों अलग-अलग घटनाएं हैं, लेकिन इनका लक्ष्य एक ही है – अमेरिका में सेमीकंडक्टर और चिप निर्माण की क्षमता को मजबूत करना। अमेरिकी सरकार का निवेश स्ट्रैटेजिक है, जबकि Nvidia का निवेश एक बिजनेस पार्टनरशhip और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए है। दोनों मिलकर इंटेल के लिए एक जबरदस्त विश्वास का वोट साबित हो रहे हैं।






















